गुणवत्तापूर्वक शिक्षा, बच्चों एवं युवाओं मे जागरूकता - एक जीवन पर्यंत मुहिम
दुनिया मे हर समाज में व्याप्त , सारी समस्याओं का समाधान , एक ही रास्ते से हो सकता है और वो रास्ता है शिक्षा। लेकिन शिक्षा कैसी हो ? यदि शिक्षा गुणवत्ता पूर्वक नहीं हो तो शिक्षा का कोई मतलब नहीं है। यदि गुणवत्तापूर्वक शिक्षा दी जाए , युवाओं को , बच्चों को , तो आत्मनिर्भर बनते हैं , अपने पैरों में खड़ा होते हैं। वो खुद अपना रास्ता तैयार कर लेते हैं। और इसीलिए मुझे लगता है कि गुणवत्तापूर्वक शिक्षा के लिए निरंतर काम करना चाहिए। हर किसी को अपना जितना संभव हो सके योगदान देना चाहिए। कैसे करें ? सबसे बड़ा सवाल है , कैसे करें ? यदि आप बात करना चाहेंगे की शिक्षा के स्तर को सुधारना चाहिए। शिक्षा की गुणवत्ता के लिए हमें काम करने की जरूरत है। बहुत से लोग और बहुत से संस्थाएँ , जो शिक्षा के कार्य में लगे हुए हैं , उन्हें ये पसंद नहीं आएगा। लेकिन शिक्षा मे लगे हम सभी लोगों का एक ही दायित्व होता है की अच्छे समाज का निर्माण करें। अच्छे समाज मे अच्छे मानवीय मूल्यों के साथ युवाओं को तैयार करें। ताकि वो अपने पैरों पे खड़ा होकर , आगे समाज और राष्ट्र के लिए सेवा कर सकें। ऐसा करने के लिए यदि हमार...